Australia v India: भारत के नौसिखिया खिलाड़ियों से ऑस्ट्रेलिया परेशान

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वॉशिंगटन सुंदर
ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत (ब्रिसबेन) चौथा टेस्ट चौथा दिन
ऑस्ट्रेलिया 369: (लाबुशेन 108, पेन 50) पहली पारी
भारत 336 (शार्दुल ठाकुर 67, वॉशिंगटन सुंदर 62; हेज़लवुड 5-57) पहली पारी
ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 54 रनों की बढ़त
ब्रिसबेन टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत ने असाधारण रूप से वापसी की. भारत की इस वापसी से चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत अब टेढ़ी खीर हो गई है.
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे और जवाब में भारत के 186 रन पर छह विकेट गिर गए थे. भारत पहली पारी में बुरी तरह से पिछड़ता दिख रहा था. लेकिन शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर की अघोषित जोड़ी ने बेहतरीन 123 रन जोड़ दिए.
सातवें विकेट पर ऐसी शानदार पारी की उम्मीद शायद ही किसी को रही होगी. ठाकुर ने 67 रन बनाए और सुंदर ने 62 रन. सुंदर और ठाकुर की बदौलत भारत का स्कोर 336 पहुँच गया.
ऑस्ट्रेलिया को महज़ 54 रनों की बढ़त मिली. तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने इसी बढ़त के साथ दूसरी पारी का आग़ाज़ किया और बिना कोई विकेट खोए 21 रन पर डेविड वॉर्नर और मार्कस हैरिस खेल रहे हैं.
भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ चार टेस्ट मैचों की यह सिरीज़ काफ़ी रोमांचकारी रही. टीम इंडिया अपने अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने से पूरी सिरीज़ में तबाह रही. लेकिन चोटिल खिलाड़ियों के बदले में जो भी खिलाड़ी आए उन्होंने निराश नहीं किया.
अब तो ऐसा लग रहा है कि भारत के लिए बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफ़ी अपने पास रखने का मौक़ा हाथ से गया नहीं है.
बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफ़ी को अपने पास बरकरार रखने के लिए भारत को ब्रिसबेन टेस्ट मैच केवल ड्रॉ करना है जबकि ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से जीतना होगा. ऐसा अनुमान है कि बारिश अंतिम के दो दिन मैच में बाधा डाल सकती है.
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वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर
भारत ने नहीं डाले हथियार
पूरी सिरीज़ बेहद रोमांचक रही. सिरीज़ में सब कुछ देखने को मिला. दोनों टीमों में उतार-चढ़ाव किस भी लिहाज से कम नहीं रहा. लेकिन रविवार को जब भारत के मध्य क्रम अजिंक्य रहाणे, मयंक अग्रवाल और ऋषभ पंत नाकाम रहे तो ऐसा लगा रहा था कि ऑस्ट्रेलिया निर्णायक बढ़त हासिल कर लेगा.
भारत के प्लेइंग इलेवन में अनुभवहीन खिलाड़ियों की लंबी लिस्ट है. 21 साल के सुंदर 2017 के बाद पहली बार फ़र्स्ट क्लास मैच सातवें नंबर पर खेल रहे हैं और शार्दुल ठाकुर फ़र्स्ट क्लास में औसत 16.00 का है.
सुंदर मुख्यतः अपने ऑफ स्पिन के लिए जाने जाते हैं. वो ऑस्ट्रेलिया में नेट बॉलर के तौर पर थे लेकिन भारतीय खिलाड़ियों में चोटिल होने का सिलसिला इस क़दर बढ़ा कि उन्हेंने खेलने का मौक़ा मिल गया.
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चोटिल और फिट नहीं होने के कारण भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन से बाहर होने वाले खिलाड़ियों की लंबी सूची है.
इनमें केवल कप्तान विराट कोहली ही ऐसे हैं जो पिता बनने वाले थे और उन्होंने इस मौक़े पर छुट्टी लेने का फ़ैसला किया था. इसके अलावा बाक़ी के अहम खिलाड़ी चोटिल हैं. केएल राहुल की कलाई में मोच है, हनुमा विहारी घुटने के पीछे की नस में आई परेशानी से ग्रस्त हैं.
रविचंद्रन अश्विन बैक के दर्द से पीड़ित हैं तो रविंद्र जडेजा को अंगूठे में चोट लगी है. भुवनेश्वर कुमार को थाई में समस्या है, उमेश यादव पिंडली के दर्द से परेशान हैं जबकि मोहम्मद शमी को बाजू में दिक़्क़त है. नवदीप सैनी भी चौथे टेस्ट के दौरान ज़ख़्मी हो गए और बुमराह पेट में खिंचाव से पीड़ित हैं. ईशांत शर्मा भी अब तक फिट नहीं हो पाए हैं.
इस हालत में शार्दुल ठाकुर और वॉशिगंटन सुंदर की नौसिखिया जोड़ी ने भारत को अहम मुक़ाबले में मज़बूत कर दिया है.
ठाकुर ने तो दो छक्के भी लगाए. वॉशिंगटन सुंदर जब 45 के स्कोर पर थे तो ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और विकेट कीपर टिम पेन ने उनका कैच छोड़ दिया. सुंदर ने भी अपनी 62 रन की पारी में एक छक्का मारा.
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भारत का उतार-चढ़ाव
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भारत के सभी खिलाड़ी 36 रन पर आउट हो गए थे. तब टीम की कमान स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली के हाथों में थी. इस टेस्ट मैच में भारत को शर्मनाक हार मिली थी.
दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हरा दिया. इसमें कप्तानी अजिंक्य रहाणे के पास थी. तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने फिर मैच को अपने नियंत्रण में लिया लेकिन भारत के शानदार खेल की बदौलत मैच ड्रॉ हो गया.